Smallcase: SEBI-रजिस्टर्ड प्रोफेशनल्स तैयार और मैनेज करते हैं. स्मॉलकेस के जरिए डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो खरीदने का मौका मिलता है.
एक स्मॉलकेस स्टॉक की एक टोकरी है, जो किसी थीम, आइडिया या सेक्टर को प्रतिबिंबित कर सकती है.
विभिन्न प्रकार के स्मॉलकेस उपलब्ध है, इनमें से यदि आपने 25,000 रूपये से कम के स्मॉलकेस में 6 महीने पहले पैसा लगाया होता, तो आज 45% तक रिटर्न मिलता.
Weekend Investing के फाउंडर आलोक जैन के मुताबिक, भारत में कुल 250 थीम के बास्केट हैं और 120 रजिस्टर्ड मैनेजर्स जो आपके लिए Smallcase तैयार करते हैं.
Smallcase: एक स्मॉलकेस में थीम के आधार पर 2 से 50 शेयर हो सकते हैं. स्मॉलकेस में निवेश के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी है.
स्मॉलकेस (Smallcase) यानी ऐसी बास्केट जिसमें कोई आइडिया, स्ट्रैटेजी, थीम या सेक्टर आधारित 12-15 स्टॉक्स/ETFs एक साथ इकट्ठा किए गए होते हैं.
फाइनेंशियल इनफ्लूएंशर्स और इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स मार्केट से ज्यादा रिटर्न के लिए स्मॉलकेस (Smallcase) में इनवेस्टमेंट की वकालत कर रहे हैं.
स्मॉलकेस आमतौर पर 12-15 शेयरों को एकसाथ मिलाकर तैयार की गई बास्केट होते हैं ताकि एक पोर्टफोलियो तैयार किया जा सके.